IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मोहाली में खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में मेजबान टीम को 4 विकेट की कड़ी हार झेलनी पड़ी।
भारत ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवर में अपने पांच विकेट खोकर स्कोरबोर्ड पर 208 रन बनाए थे। ये पहला मौका था जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 200 रन से अधिक का स्कोर बनाया। फिर भी उसे इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में नजर बढ़ाते हैं भारतीय टीम के हार के मुख्य चार कारणों पर।
1. बल्लेबाजों को दिए जीवनदान
क्रिकेट के मैच में करने वाली टीम अक्सर जीत दर्ज करते हैं और जो टीम है छोड़ती है उसे हार मिलती है। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा हुआ उसने ऑस्ट्रेलिया टीम के कई खिलाड़ियों के कैच थोड़े और अंततः उसे हार का सामना करना पड़ा। हर्षल पटेल ने मैथ्यू वेड का कैच ड्रॉप किया।
एलबीडब्ल्यू का एक शानदार मौका यजुवेंद्र चहल ने गवाया। ना उन्होंने और ना ही विकेटकीपर बल्लेबाज के खिलाफ कोई अपील की। इसका खामियाजा भी भारतीय टीम ने भुगता।
2. पहले T20 में गेंदबाजी रही फ्लॉप
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज भारत के गेंदबाजों पर पहली ही गेंद से हावी रहे। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच ने भारत के भुवनेश्वर कुमार की पहली ही गेंद को 6 रनों के लिए मैदान के बाहर भेजा।
ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत के 3 ओवर में 38 रन जोड़े। इसके बाद भी भारतीय गेंदबाजों की कुटाई जारी रही। भारत के पांच गेंदबाजों का इकोनामी रेट 11 या उससे अधिक का रहा। जिसके चलते आस्ट्रेलिया की टीम आराम से मुकाबला जीतने में सफल रही।
3. बड़े गेंदबाजों ने भर -भर कर दिए रन
टीम इंडिया के लिए इस मुकाबले में हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार ने कुल मिलाकर आठ ओवर फेंके। इन 8 ओवर्स में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 101 रन जोड़े। 8 वर्षों से भारत की हार और जीत का फैसला क्या हुआ। भुवनेश्वर ने अपनी 4 ओवर की गेंदबाजी में 52 रन दिए। वहीं, हर्षल पटेल ने 4 और 49 रन खर्च किए।
4. 19वें ओवर से फिसल गया मैच
मेहमान टीम आस्ट्रेलिया को पारी के आखिरी के 2 ओवर में जीत के लिए 18 रनों की दरकार थी। इससे पहले 18वें ओवर में हर्षल पटेल कुल 22 रन लुटा चुके थे।
ऐसे में एक बार फिर रोहित शर्मा ने पारी का 19वां ओवर फेंकने का जिम्मा दिया। मगर भूवी ने अपने कप्तान को निराश किया। एशिया कप की तरह उनकी इस ओवर में जमकर कुटाई हुई । उनके इस ओवर में 16 रन बने।