खिलाड़ियों में “आत्मविश्वास” और उनके ऊपर “विश्वास” जताना, जैव-बुलबुले में एक पैक शेड्यूल के मद्देनजर उनकी “शारीरिक और मानसिक भलाई” का ख्याल रखना भारत के नए T20I कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के प्रमुख उद्देश्य हैं।
दोनों जताते है खिलाड़ियों पर आत्मविश्वास, जल्द नहीं करते टीम में बदलाव
हाल ही में टी 20 विश्व कप के बाद रोहित ने विराट कोहली से कप्तानी संभाली, अगला संस्करण एक साल से भी कम समय में आ रहा है। रोहित ने कहा कि वह और द्रविड़ प्रत्येक खिलाड़ी की भूमिका को परिभाषित करने पर काम करेंगे और उन्हें “निडर” खेलने के लिए सुरक्षा प्रदान करेंगे।
हाल में ही रोहित ने कहा भी था कि “यह महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से इस प्रारूप में, कि कभी-कभी आपको वहां जाने और निडर होकर खेलने की आवश्यकता होती है और ऐसा करते समय, संभावना है कि आप हमेशा सफल नहीं हो सकते क्योंकि यह एक छोटा प्रारूप है और आपको हमेशा चुनौती दी जाती है। दबाव हमेशा है। हम निश्चित रूप से उस पहलू पर नजर रखेंगे पूरा सेट-अप एक बड़ी भूमिका निभाएगा कि वह व्यक्ति जहां भी बल्लेबाजी करे, और हम उसे कैसे बल्लेबाजी करना चाहते हैं। “रोहित ने कहा कि वह खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा जता कर उन्हें खेलने की स्वतंत्रता देंगे।
दोनों को खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य की चिंता अधिक
हमेशा सी ही रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ वर्क लोड मैनजमेंट की बात करते आये है। भारत की विश्व कप में सबसे बड़ी समस्या कमहि मानसिक स्वास्थ्य और थकावट रही। ऐसे में उम्मीद है कि दोनों की जोड़ी विराट और शास्त्री की जोड़ी से अधिक खिलाड़ियों को समझ कर उनके मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। द्रविड़ ने जूनियर टीम के साथ काफी अच्छा काम भी किया है ऐसे में उम्मीद है कि अच्छे तरह से से वर्क लोड को मैनेज कर दोनों टीम को शिखर तक ले जाने में मदद करंगें।
खिताब के मामले में दोनों का है बेहतरीन रिकॉर्ड
द्रविड़ कोच के रूप में हमेशा से ही अद्बुत रहे है। वह हर मिनट के विवरण और खेल के हर पहलू का ध्यान रखते हैं। आपने अंडर-19 और आईपीएल मैच देखे होंगे कि कैसे उन्होंने कोच के तौर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह बेहद मेहनती व्यक्ति हैं। रोहित और राहुल दोनों ही खेल की काफी अच्छी समझ रखते है।
कप्तान और कोच के तौर में दोनों के रिकॉर्ड भी कैदी अच्छे है। एक तरफ जहां रोहित ने मुम्बई को 5 बार खिताब दिलाया है वहीं द्रविड़ के मेंटरशिप के अंदर u19 टीम एक बार वर्ल्ड कप जीती है वहीं एक बार फाइनल तक पहुंची है।