पाकिस्तान के खिलाफ भारत की विश्व कप में पहली हार के बाद से ही प्लेइंग इलेवन को लेकर कई सवाल उठ रहें हैं। उसमें से एक सवाल जो बार बार सबके ज़ेहन में आ रहा है वो है कि फॉर्म में होने के बावजूद ईशान को न खिलाना।
ईशान सूर्यकुमार से बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं।
वार्म अप में लय में नज़र आये
किशन ने विश्व कप के पहले वॉर्मअप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 43 गेंदों में 70 रनों की तूफानी पारी खेली थी। दूसरी ओर, सूर्यकुमार ने दुबई में अब तक देखे गए सबसे सपाट ट्रैक में से एक पर खेलने के बावजूद सिर्फ 8 रन बनाए थे।
कल के मैच में भी वह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए यदि वह सुपर -12 चरण के कुछ मैचों में अपना फॉर्म वापस नहीं ला पाते है तो ईशान को उनकी जगह खिलाना एक बेहतर विकल्प होगा।
भारत के पास केवल दो बाएं हाथ बल्लेबाज़
चूंकि भारत के शीर्ष तीन स्थान दाएं हाथ के बल्लेबाजों से भरे हुए हैं । सूर्यकुमार भी दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। कल शुरुआती तीन विकेट गिरने के बाद भारत के काम लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन ही आया था। सूर्यकुमार की टीम में जगह मतलब टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाज केवल ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा होंगे। पर अगर सूर्य की जगह ईशान को रखा जाता है तो भारत लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन का भी फायदा उठा सकता है। किशन शीर्ष या मध्य क्रम में सही विकल्प हो सकते हैं।
आईपीएल में भी बल्ले से मचाया था धमाल
आईपीएल में ईशान किशन ने शानदार प्रदर्शन किया है। खासकर आखिरी मैच में जब मुंबई इंडियंस का सामना सनराइजर्स हैदराबाद से हुआ था। यह करो या मरो का मैच था जिसे मुंबई इंडियंस को करीब 170 रनों से जीतना था। मुंबई प्लेऑफ में तो नहीं पहुंच पाई लेकिन इस मैच में ईशान किशन के बल्ले ने खूब धमाल मचाया। किशन ने इस मैच में सिर्फ 32 गेंदों में 84 रन बनाए।