बंगाल क्रिकेट एसोसिशसन की ओर से ऋद्धिमान साहा को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) दे दिया गया है। राज्य क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान के माध्यम से यह जानकारी दी। बोर्ड की तरफ से बताया गया है कि ऋद्धिमान साहा ने बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन से संपर्क किया और अध्यक्ष अभिषेक डालमिया से एक आवेदन में एसोसिएशन से एनओसी की मांग की। कैब ने साहा के अनुरोध को स्वीकारते हुए उन्हें दूसरे राज्य के लिए खेलने के लिए एनओसी प्रदान की। साथ ही एसोसिएशन ने साहा के भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।
सूत्रों का मानें तो 37 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा की कैब के एक अधिकारी के साथ अनबन के बाद बंगाल क्रिकेट के साथ संबंध खराब हो गए थे और उन्होंने उससे नाता तोड़ने का मन बना लिया। वह अगले घरेलू सत्र में किसी अन्य राज्य के लिए खेलना चाहते हैं। इसी बीच खबरें मिल रही हैं कि ये अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज त्रिपुरा और गुजरात सहित कुछ राज्य संघों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
गत फरवरी में साहा ने रणजी ट्रॉफी के ग्रुप चरण के लिए खुद को अनुपलब्ध बताया था। यह तब हुआ जब न्यूजीलैंड के खिलाफ बढ़िया पारी खेलने के बाद भी राष्ट्रीय चयन समिति ने उन्हें श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज से बाहर कर दिया था। साहा को रणजी ट्रॉफी 2022 नॉकआउट चरण के लिए बंगाल टीम में चुना गया था, लेकिन उन्होंने खेलने से मना कर दिया और एनओसी मांगी।
साहा ने इस बारे में कहा था कि “आईपीएल से पहले एक घटना घटी और फिर मैंने बंगाल के लिए अब और नहीं खेलने का फैसला लिया है। बंगाल के लिए इतने लंबे समय तक खेलने के बाद अगर कोई आप पर भद्दी टिप्पणियां करता है, तो दुख होता है। मैं व्यक्तिगत रूप से आहत था और इसलिए मैंने अपना राज्य बदलने का फैसला किया। मैंने कई राज्यों से बात की है, लेकिन अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है।”
बता दें कि साहा ने आईपीएल 2022 में हार्दिक पांड्या की अगुवाई वाली गुजरात टाइटंस को पहले ही सीजन में चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टाइटंस के लिए साहा ने 11 मैचों में तीन अर्द्धशतक की मदद से 317 रन बनाए। मैथ्यू वेड के फेल होने पर उन्हें बतौर ओपनर खेलने का मौका मिला और उन्होंने मौके का बखूबी फायदा उठाया।