टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) ने घरेलू सरजमीं पर खेली जा रही रणजी ट्रॉफी में अपना बेहतरीन डेब्यू किया है।
इंडियन प्रीमियर लीग में आईपीएल खेलने वाले अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी में गोवा की तरफ से खेलते हुए अपने पहले ही मुकाबले में राजस्थान के विरुद्ध शानदार शतक लगाया है। ऐसा करने की साथ ही उन्होंने अपने पिता सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली है।
गोवा के खिलाफ बल्ले से मचाया था धमाल
मौजूदा समय में अर्जुन तेंदुलकर जिस प्रकार की बल्लेबाजी कर रहे हैं, उनके इस प्रदर्शन में भारतीय टीम के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह का बड़ा योगदान है ऐसा कहा जा सकता है।
रणजी टूर्नामेंट से कुछ समय पहले ही युवराज सिंह के पिता ने सचिन तेंदुलकर के लड़के अर्जुन तेंदुलकर को एक खास प्रकार की ट्रेनिंग दी थी। जिसकी बदौलत अब उन्होंने गोवा के लिए खेलते हुए बल्ले से धमाल मचाया है।
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‘क्रिकेट के भगवान ने युवी से की थी इस बात की रिक्वेस्ट’
गोवा के लिए अर्जुन तेंदुलकर के शतक जड़ने के बाद योगराज सिंह (Yograj Singh) ने अर्जुन तेंदुलकर को एक खास संदेश यूके से भेजा है, इस संदेश में उन्होंने अर्जुन तेंदुलकर के लिए कहा है कि, “आप मेरी बात को लिखकर रख लो कि 1 दिन तुम महान ऑलराउंडर बनोगे।”
योगराज सिंह के इस मैसेज के बारे में इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा करते हुए लिखा कि अर्जुन तेंदुलकर को ट्रेनिंग देने के लिए स्वयं सचिन तेंदुलकर ने युवराज सिंह से रिक्वेस्ट की थी। ऐसे में अपने पिता योगराज सिंह को युवराज सिंह ने फोन करके पूरी बात बताई, जिसके बाद युवराज सिंह ने अर्जुन तेंदुलकर को प्रशिक्षित किया।
गोवा के लिए रणजी खेलने से पहले अर्जुन को योगराज ने दी थी 2 हफ्ते की ट्रेनिंग
युवी के पिता योगराज सिंह ने अर्जुन तेंदुलकर को भेजे अपने संदेश में लिखा,’बहुत शानदार बैटिंग की बेटे। एक दिन तुम एक महान ऑलराउंडर बनोगे। मेरी बात को लिख लो।’
उधर, योगराज सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा,’मैं सचिन की बात को कैसे मना कर सकता हूं? वह मेरे बड़े बेटे की तरह है। मगर मेरी एक शर्त थी। मैंने यूवी से कहा था कि तुम मेरे ट्रेनिंग देने के तरीके को अच्छे से जानते हो। मैं नहीं चाहता कि कोई और बीच में दखलअंदाजी करें।’
अपने डेब्यू मुकाबले में शतक लगाकर अर्जुन ने सचिन तेंदुलकर की बराबरी की
आपको बताते चलें कि अपने पहले ही मुकाबले में अर्जुन तेंदुलकर 178 गेंदों पर शतक बनाने में कामयाबी हासिल की थी। इस मुकाबले में उन्होंने पहली पारी में नंबर 7 पर बैटिंग करते हुए 178 गेंदों की अपनी पारी के दौरान 12 चौके और 2 छक्के लगाए थे। इस तरह अर्जुन के बल्ले से उनकी पारी के दौरान 120
रन निकलें थे।
गौर करने वाली बात यह है कि सचिन तेंदुलकर ने साल 1988 में अपने पहले रणजी मुकाबले में बेहतरीन शतक जमाया था। उस दरमियान सचिन तेंदुलकर रणजी ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज थे। सचिन ने 1988 में मुंबई की तरफ से खेलते हुए 15 साल 231 दिन की आयु में अपने रणजी मुकाबले में डेब्यू करते हुए शतक लगाया था।
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